आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की हवाला कारोबारी लोकेश सदाशिवम के साथ भी बिजनेस की डील सामने आई है। ईडी की रिपोर्ट के अनुसार, लोकेश सदाशिवम के साथ सौरभ के परिवार का बिजनेस चला है। इनके बीच मित्रता रही है। इसी के चलते सौरभ की पत्नी दिव्या तिवारी और लोकेश सदाशिवम की मां एस. कंचना ने साथ मिलकर ‘स्काई लॉक सिस्टम’ नाम से कंपनी बनाई है। यह कंपनी पैसे ठिकाने लगाने के काम में उपयोग में लाई जाती रही है।
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) भोपाल की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि आयकर विभाग द्वारा 19 दिसंबर की रात भोपाल के मेंडोरी स्थित फार्म हाउस से जो इनोवा कार 52 किलो गोल्ड और 11 करोड़ कैश के साथ जब्त की गई थी, वह दिन में ही रोहित नगर से वहां ले जाकर खड़ी की गई थी।
सौरभ शर्मा के ड्राइवर प्यारेलाल केवट को सौरभ के मौसा का लड़का विनय हासवानी पायलट करते हुए वहां तक ले गया था। यह कार दोपहर बाद ढाई बजे रोहित नगर से निकली और सीधे मेंडोरी पहुंची थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सौरभ ने इस गोल्ड को खुद का होने से इनकार किया है।
3 लोग बोले- 52 किलो सोना, 11 करोड़ कैश सौरभ का है 8 अप्रैल को 18वें अपर जिला न्यायाधीश सचिन कुमार घोष की अदालत में पेश किए गए चालान में ईडी ने कहा है कि आयकर विभाग की सर्चिंग में जब्त किए गए 52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश को सौरभ शर्मा ने अपना नहीं होना कहा है, लेकिन प्यारेलाल केवट, विनय हासवानी और चेतन सिंह गौर के बयान के आधार पर यह सोना और कैश सौरभ का ही होना पाया गया है।
विनय ने अपने बयान में ईडी को बताया है कि उसे 19 दिसंबर 2024 को दोपहर 2.15 बजे प्यारेलाल केवट का फोन आया कि गाड़ी को सुरक्षित ठिकाने पहुंचाना है। इस पर उसने अपने निवास एनएलआईयू के पास बुलाया, लेकिन प्यारेलाल केवट ने वहां की लोकेशन की जानकारी से इनकार किया। इस पर वह ढाई बजे अपनी अमेज कार से रोहित नगर बावड़िया कलां पहुंचा। इसके बाद प्यारेलाल की इनोवा को पायलट करते हुए मेंडोरी लेकर गया।
ईडी ने इसी बयान के आधार पर कैश और ज्वेलरी सौरभ की होना बताया है। हालांकि सौरभ शर्मा ने ईडी को दिए स्टेटमेंट में कहा है कि कार चेतन गौर की है, वही इसकी जानकारी दे सकता है।
समन के बाद भी ईडी को बयान देने नहीं गया प्यारेलाल केवट ईडी की रिपोर्ट के अनुसार, सौरभ शर्मा का ड्राइवर मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त है। इसके लिए उसे जनवरी में दो बार समन जारी कर बयान देने के लिए बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आया। इस मामले में सौरभ के साथ उसके मौसेरे भाई विनय हासवानी की भी भूमिका पाई गई है, जिसके चलते ये आरोपी बनाए गए हैं।
ईडी ने अनुभा तिवारी और रेखा को नहीं बनाया आरोपी ईडी की रिपोर्ट में सौरभ शर्मा की सास रेखा तिवारी और उसके साले रोहित तिवारी की पत्नी अनुभा तिवारी को आरोपी नहीं बनाया गया है। इनके नाम वाली प्रॉपर्टी जब्त की गई है। उधर, सौरभ के साले रोहित के नाम पर 14 कम्पनियां बनी हुई हैं। इसका जिक्र भी ईडी की चार्जशीट में किया गया है।