पति-पत्नी का रिश्ता सिर्फ प्यार और विश्वास पर भी टिका होता है लेकिन जहां प्यार है वहां थोड़ी- बहुत तकरार भी हो ही जाती है। जो आगे चलकर रिश्तों को और भी मजबूत बना देती है। पति-पत्नी का एक दूसरे पर पूरा हक होता है इसलिए कभी पति को गुस्सा आ भी जाए तो वह अपनी पत्नी पर निकालते हैं। इसके पीछे की खास वजह है आपके पति का आप पर पूरा भरोसा होना कि आप बिना कहे उनके मन का दर्द समझ लेंगी। ऑफिस,बिजनेस,पारिवारिक जिम्मेदारियों या फिर आपसे नाराजगी के कारण परेशान होना आम बात है। इन्हीं वजहों के कारण पति का बर्ताव गुस्सैल, चिढचिढ़ा और रूखा होने लगता है। जिसका रिश्ते पर बुरा असर पड़ता है। अगर यही नोकझोंक बढ जाए तो रिश्ता टूटने की कगार पर आ जाता है। हर दंपत्ति को कभी न कभी इस तरह के हालात से गुजरना पड़ता है। इसके लिए जरूरी है कि अपने जीवन साथी के इशारों को समझें। इन सबके पीछे की वजह जानें, इससे आप दोनों को नई राह जरूर मिल सकती है।
पति को दें बात कहने का मौका
सबसे पहले तो अपने पति को अपनी बात कहने का मौका दें ताकि वह बता सकें कि वह किन हालात में से गुजर रहे है। इससे उन्हें पता चलेगा कि आप उनकी भावनाओं को अच्छे से समझते है। इससे बात सुलझाने में भी आसानी होगी।
अपना सुझाव भी रखें
गुस्से की वजह जानने के बाद उनकी परेशानी में उनका साथ दें। उन्हें सुझाव दें कि कैसे वह इस हालात से खुद को बाहर निकाल सकते है। इसी समय ही आपका साथ रिश्ते की डोर को और भी मजबूत बनाएगा।
अगर पति के गुस्से की वजह आप है तो उनसे माफी मागने से न हिचहिचाएं। अगर माफी से भी बात न बने तो पार्टनर के लिए सरप्राइज प्लान करें या फिर उनका मनपसंद खाना बनाएं। कोशिश करें कि आगे से ऐसे हालात पैदा ही न हो।
कहें दिल की बात
कई बार पति-पत्नी के बीच कुछ गलतफहमियां अपनी जगह बना लेती है। ऐसे हालात में पति के साथ खुलकर बात करें। पति को भी दें समय
वयस्ता में अक्सर दंपत्ति एक-दूसरे को समय नहीं दे पाते। साथी को समय न दे पाना भी उनके गुस्सा होने की वजह हो सकता है। अक्सर ऐसा पत्नियों के साथ होता है। वह सारा समय परिवार और पर व्यतीत कर देती है पर पति को समय नहीं दे पाती, जिससे उनके बीच दूरियां पैदा हो जाती है। पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ पत्नी होने का फर्ज भी बखूबी निभाएं।