भोपाल आए निवानो शांति पुरस्कार विजेता राजगोपाल पीवी:गांधी भवन में बोले- यह धर्म के बाजारीकरण का दौर

Updated on 02-05-2025 11:10 AM

अगर गांधी आज होते, तो वो नेताओं की तरह संसद में बैठकर भाषण नहीं देते, बल्कि जिलों में जाकर लोगों के बीच रहकर काम करते। धर्म अब बाजार और सत्ता का हथियार बन चुका है, जिससे नफरत और असमानता बढ़ रही है।

 निवानो शांति पुरस्कार विजेता और गांधीवादी विचारक पीवी राजगोपाल ने यह बात कही। उन्होंने गांधी के मूल्यों और आज के समाज पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि कैसे आज का दौर हिंसा, नफरत और धार्मिक बाजारीकरण से भरा हुआ है। ऐसे समय में गांधी के विचार और भी जरूरी हो गए हैं।

उन्माद पैदा कर रहा है बाजार

राजगोपाल ने कहा कि पहले धर्म का स्थान समाज में सौहार्द बढ़ाने वाला था। लेकिन अब धर्म बाजार के हाथ में है। बाजार बहुत पैसे खर्च करके मंदिरों का निर्माण कर रहा है। बाजार त्योहारों का बाजारीकरण कर रहा है। इन सबसे धार्मिक उन्माद बढ़ रहा है। एक समय था जब चरण सिंह और शास्त्री जैसे नेता किसान परिवार से आते थे, लेकिन अब अधिकतर नेता पूंजीपति घरानों से आते हैं। यह बदलाव भी बाजार की ताकत को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि जब तक हिंसा और अहिंसा पर पढ़ाई नहीं होगी, जब तक हम मनुष्य बनने की शिक्षा नहीं देंगे, तब तक यह गिरावट जारी रहेगी।

अगर गांधी होते तो जिलों में रहते, न कि संसद में राजगोपाल ने कहा कि जब भारत आजाद हुआ तो गांधी दिल्ली में नहीं थे, बल्कि वहां थे जहां समस्या थी। अगर आज के नेता भी गांधी से प्रेरणा लें और संसद छोड़कर जिलों में जाकर काम करें, तो बदलाव संभव है। उन्होंने कहा कि अगर नेता पांच साल के लिए जिलों में काम करें, तो थाने से लेकर अस्पताल तक का व्यवहार बदल जाएगा। गांधी का मानना था कि शक्ति का प्रयोग नहीं, सेवा का भाव जरूरी है।

“नफरत बढ़ेगी तो हिंसा निश्चित है” राजगोपाल ने कहा कि समाज में बढ़ रही हिंसा की जड़ नफरत में है। नफरत व्यक्ति से शुरू होकर समाज को निगल जाती है। धार्मिक भेदभाव, आर्थिक खाई और संसाधनों के असमान वितरण ने समाज में असंतुलन पैदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब 1% लोग 50% संपत्ति पर कब्जा करते हैं और बाकी लोग राशन की लाइन में लगे होते हैं, तो समाज में असंतोष और क्रोध पैदा होता है। ऐसी असमानता हिंसा को जन्म देती है।

गांधी एक व्यक्ति नहीं, एक मूल्य हैं

राजगोपाल ने कहा कि गांधी एक व्यक्ति नहीं हैं, वे एक मूल्य हैं, एक दिशा देने वाले प्रकाश स्तंभ। यदि हम उन्हें खत्म करते हैं, तो यह केवल एक इंसान की समाप्ति नहीं होगी, बल्कि उन मूल्यों की हार होगी जो हमें हिंसा से बचाते हैं। उन्होंने मार्टिन लूथर किंग के उस वक्तव्य का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि “दुनिया में वह हर देश में टूरिस्ट के तौर पर जाते हैं, लेकिन भारत गांधी का देश है, यहां वह तीर्थ यात्रा के लिए आते हैं।” उन्होंने कहा कि आज की जीवनशैली गांधी के आदर्शों से बहुत अलग है। यह समस्या गांधी की नहीं, बल्कि हमारी है। हम गांधी को कोस कर खुद को बुद्धिजीवी या बहादुर साबित करना चाहते हैं, लेकिन यह केवल अस्थायी साहस है। समाज को तय करना होगा कि हमारे आदर्श कौन होंगे - हिंसा करने वाले या शांति के मार्ग पर चलने वाले?

गोडसे का मंदिर बनाना गलत दिशा की तरफ इशारा

राजगोपाल ने गोडसे के मंदिर की चर्चा करते हुए कहा कि यह एक खतरनाक मानसिकता को दर्शाता है। जिस समाज में अहिंसा की पूजा करने वाले को नकारा जाए और हिंसा करने वाले को पूजनीय माना जाए, वह समाज अपने बच्चों को हिंसा के लिए प्रेरित कर रहा है। फिर ऐसे समाज को यह सवाल नहीं उठाना चाहिए कि बच्चे हिंसक क्यों हो रहे हैं। अगर हम बंदूक चलाने वाले को आदर्श बना देंगे, तो सभ्यता का लक्ष्य ही खत्म हो जाएगा।

कन्नूर और मणिपुर में शांति प्रयासों की मिसाल दी

राजगोपाल ने कहा कि वह देशभर में युवाओं को शांति और अहिंसा पर प्रशिक्षित कर रहे हैं। उन्होंने केरल के कन्नूर की मिसाल दी, जहां दो राजनीतिक दलों में टकराव था, लेकिन संवाद के ज़रिए शांति स्थापित की गई। इसी तरह मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच बातचीत के ज़रिए समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिंसा से अहिंसा की यात्रा संभव है, लेकिन इसके लिए गहराई से समझने वाले लोग चाहिए।

राजगोपाल को जापान में मिला निवानो शांति पुरस्कार

राजगोपाल पीवी को जापान के टोक्यो में 11 मई 2023 को 40वां निवानो शांति पुरस्कार मिला। यह सम्मान उन्हें सामाजिक न्याय, वंचित वर्गों के अधिकार और अहिंसक आंदोलनों के ज़रिए बदलाव लाने के लिए दिया गया। वह एकता परिषद के संस्थापक हैं और उन्होंने जल, जंगल, जमीन के अधिकारों के लिए कई पद यात्राओं का नेतृत्व किया है, जिससे लाखों परिवारों को जमीन का अधिकार मिला।



अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 03 May 2025
प्रदेश में गर्मी के प्रचंड रूप लेते ही ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट गंभीर रूप लेने लगा है। ऐसे में सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत…
 03 May 2025
भोपाल की चर्चित चित्रकार नवाब जहां बेगम ने ‘वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे’ पर एक ऐसी कलाकृति तैयार की है, जो पत्रकारिता की ताकत, चुनौतियों और उससे जुड़े बलिदानों को बेहद…
 03 May 2025
मध्यप्रदेश में शनिवार को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत करीब 40 जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट है। छिंदवाड़ा और सिवनी में दोपहर 12 बजे के बाद तेज बारिश हुई। नर्मदापुरम में…
 03 May 2025
चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा डॉ. अरुणा कुमार को डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन (DME) बनाए जाने के निर्णय ने प्रदेशभर में नया विवाद खड़ा कर दिया है। इसी कड़ी में आज गांधी…
 03 May 2025
वित्त वर्ष 2024-25 शुरू हुए अभी एक माह ही बीता है और मोहन यादव सरकार ने एक बार फिर कर्ज लेने की तैयारी कर ली है। अप्रैल महीने में सरकार…
 03 May 2025
लव जिहाद के एक आरोपी के एनकाउंटर के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है। हुजूर विधानसभा से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा,"अगर…
 03 May 2025
भोपाल। हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ दुष्कर्म और फिर ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह के राजफाश के बाद भोपाल में शुक्रवार को बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ। लोगों का गुस्सा सड़कों- चौराहों…
 03 May 2025
भोपाल। राजधानी में हिंदू छात्राओं के साथ दुष्कर्म कर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के सरगना बताए जा रहा फरहान को पुलिस की गोली लगी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि…
 02 May 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की एक नर्स ने दुबई के कारोबारी से दस साल पहले अपना-अपना धर्म निभाने की शर्त पर शादी की थी। अब आरोपी पति ने इस्लाम…
Advt.