तमिलनाडु ही क्यों
जानकारों का कहना है कि तमिलनाडु में टाटा मोटर्स के निवेश का मतलब है कि कंपनी अगले कई साल तक देश के ऑटोमोबाइल मार्केट में होने वाली ग्रोथ की संभावना के लिए खुद को तैयार कर रही है। टाटा मोटर्स के तमिलनाडु में कई वेंडर्स हैं जो उसकी फैक्ट्रीज को ऑटो पार्ट्स की सप्लाई करते हैं। इस कारण वेंडर्स के करीब प्लांट होने से कंपनी को फायदा होगा। साथ ही तमिलनाडु में जमीन लेना दूसरे राज्यों की तुलना में आसान है। साथ ही वहां चेन्नई और तूतीकोरिन जैसे प्रमुख बंदरगाह हैं जहां से एक्सपोर्ट करना आसान है। तमिलनाडु में पहले से ही रेनॉ निसान, टीवीएस मोटर्स, रॉयल एनफील्ड, अशोक लीलैंड, डेमलर इंडिया और हुंडई के प्लांट्स हैं। ऐसे में टाटा का तमिलनाडु में प्लांट लगाने का फैसला काफी अहम माना जा रहा है।