40 की उम्र के बाद महिलाएं ऐसे रखें अपनी सेहत का ख्याल

Updated on 09-06-2020 08:42 PM
घर परिवार का ध्यान रखने के दौरान महिलाएं अपनी सेहत की ओर ध्यान नहीं देतीं, ऐसे में 50 की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते वे बिमारियों की गिरफ्त में आने आने लगती हैं। महिलाओं को सुबह शाम उठते बैठते जोड़ों और घुटनों में दर्द होने लगता है। महिलाओं में आर्थराइटिस (जोड़ों के दर्द) का कारण पोषक तत्वों की कमी और मोटापा है।
आम तौर पर महिलाएं इसे उम्र बढ़ने का संकेत मानकर नजरअंदाज कर देती हैं। ऐसे में विशेषज्ञ से विचारविमर्श करें। घुटनों में सुबह-सुबह दर्द, अकड़न, लॉकिंग एवं पॉपिंग से शुरुआत होने से लेकर जोड़ों में सूजन होने तक, यह आर्थराइटिस के संकेत हो सकते हैं जोकि एक प्रगतिशील ज्वाइंट स्थिति है और अधिकतर भारतीय महिलाएं इन संकेतों को नजरअंदाज करती हैं।
सही समय पर पहचान : 
महिलाएं तभी डॉक्टर के पास जाती हैं जब यह स्थिति ऐसे स्टेज में पहुंच जाती है जब दर्द असहनीय हो जाता है। याद रखें कि देरी होने से जोड़ों को होने वाला नुकसान कई गुणा बढ़ा सकता है। यदि इसका शुरुआती चरणों में इलाज हो जाए, तो पारंपरिक उपचारों की मदद से इस स्थिति को बढ़ने में विलंब किया जा सकता है।
वजन पर नजर :
मोटापा बढ़न महिलाओं में जोड़ों की बिमारी का बड़ा कारण है। हमारे जोड़ कुछ हद तक वजन उठाने के लिए डिजाइन हैं। प्रत्येक एक किलो अतिरिक्त वजन घुटनों पर चार गुना दबाव डाल सकता है। क्षमता से अधिक वजन जोड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए सही वजन का मतलब है स्वस्थ जोड़।
30 मिनट की वाक : हर दिन 30 मिनट की वॉक हड्डियों एवं जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकती है।
छोटी-मोटी चोटों को गंभीरता से लें : हम जोड़ों के आसपास लगी छोटी-मोटी चोटों को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. इससे हानिकारक स्थितियां पैदा हो सकती हैं, जैसे भविष्य में आर्थराइटिस हो सकता है। यदि दर्द बार-बार हो रहा है तो विशेषज्ञ की सलाह लें। हम अक्सर ऐसे मरीजों को देखते हैं जहां ज्वाइंट इंजरी ज्वाइंट डिजनरेशन का कारण बन जाती हैं। 
शरीर के पॉश्चर पर रखें नजर : गलत पॉश्चर से जोड़ों, खासतौर से घुटने पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है. घुटने शरीर में सबसे अधिक भार सहन करने वाले जोड़ हैं. इससे घुटने में दर्द हो सकता है. सही पॉश्चर रखना, काम के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेना, नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करना और अपने पॉश्चर को बीच-बीच में ठीक करने से घुटने के दर्द को कम करने में मदद मिलती है.
पेनकिलर्स का प्रयोग न करें : हमारे देश में खुद से दवाएं लेना एक आम समस्या है. आमतौर पर, हम अक्सर शरीर में दर्द होने पर डॉक्टर से सलाह लिए बिना पेनकिलर्स का सहारा लेते हैं. पेनकिलर्स भले ही हमें दर्द से फौरन राहत दिलाते हैं पर, वह स्थिति का उपचार नहीं करते. इससे कई को-मॉर्बिड स्थितियां पैदा हो सकती हैं इसलिए यदि आप अपनी मॉम को जोड़ों के दर्द के लिए खुद से पेनकिलर्स लेते हुए देखें, तो फौरन ऑथोर्पेडिस्ट के पास जाकर उनका परीक्षण कराएं.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 29 May 2023
29 मई 2023, नागपुर - वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे के अवसर पर विशेषज्ञों ने पित्त नली और आंत के स्वास्थ्य कीमहत्वपूर्ण भूमिका को बताया है जो एक स्वस्थ डाइजेस्टिव सिस्टम…
 09 August 2021
उम्र का हर एक पड़ाव अपने में खूबसूरती लिए होता है। बाल्यावस्था भी ठीक इसी तरह अद्भुत है। उम्र के इस दौर में बच्चों का बाहरी दुनिया के आकर्षण में…
 22 December 2020
फिटनेस और खाने का खास रिश्ता है। खाना हमारे शरीर के लिए ईंधन का काम करता है और इसका हमारी बॉडी की परफॉर्मेस पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इसे ध्यान…
 16 June 2020
खूबसूरत आंखें हर कोई महिला चाहती है क्योंकि बड़ी, चमकीली और कटीली आंखों को सुंदरता की निशानी माना जाता है। ऐसी आंखें जिनसे नजरें हटती ही नहीं हैं सबके आकर्षण…
 16 June 2020
महिलाओं में उम्र के साथ मोटापा बढ़ ही जाता है। यही वजह है कि जब आपका मूड टाइट फिटिंग वाले कपड़े पहनने का करता है तो भी आप उन्हें पहन…
 16 June 2020
अगर आप भी सिर में खुजली से परेशान रहती हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि बालों में रुखापन न हो। वैसे तो सिर में खुजली होने के कई…
 16 June 2020
मॉनसून आते ही बाजार में इससे जुड़े समानों की भरमार हो जाती है। रेनकोट, छाते से लेकर वॉटरप्रूफ वॉचेज (घड़ियां) तक बाजार में मिल रहीं हैं। इन चीजों में आपको…
 10 June 2020
हमारे तलवे और हथेलियां सीधे तौर से धन और ताकत से सम्बन्ध रखती हैं. तलवों से व्यक्ति की यात्राओं के बारे में भी जाना जा सकता है और तलवों को…
 10 June 2020
शनि को न्याय के देवता के तौर पर जाना जाता है क्योंकि वह इंसान के कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। ऐसे में इंसान को दरिद्र या धनवान बनाना…
Advt.