रायपुर। मुख्यमंत्री साय सोमवार को सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत अचानक सक्ती जिले के ग्राम करिगांव पहुंचे। उन्होंने गांव में पीपल के पेड़ के नीचे खाट पर बैठकर चौपाल लगाई और ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से सरकार की योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली और उनकी समस्याएं, मांगें तथा शिकायतें सुनीं।
चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने नोनी मैया दाई मंदिर के सौंदर्यीकरण की घोषणा की। साथ ही ग्रामीणों की शिकायत पर पटवारी को सप्ताह में एक दिन गांव में बैठकर राजस्व मामलों का निराकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने नया ग्राम पंचायत भवन निर्माण की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण में पूरी सरकार गांव में है। मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारी मेरे साथ हैं। हम गांव-गांव जाकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के तहत चलाई जा रही योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषक उन्नति योजना, पीडीएस और आयुष्मान भारत योजना जैसे कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गंभीर बीमारी की स्थिति में ग्रामीणों को आर्थिक संकट से बचाने के लिए 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा आयुष्मान कार्ड से दी जा रही है।
मुख्यमंत्री साय ने गांव में आंगनबाड़ी और स्कूल के संचालन के बारे में जानकारी ली और बच्चों को दी जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया। साथ ही उन्होंने गिरते भूजल स्तर पर चिंता जताते हुए कम पानी में अधिक उत्पादन देने वाली फसलों की ओर ध्यान देने की सलाह दी।
गांव में तालाब के किनारे की जमीन को लेकर आई शिकायत पर मुख्यमंत्री साय ने तत्काल कलेक्टर को नापजोख करने और समाधान करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से कई आवेदन भी प्राप्त किए।
मुख्यमंत्री साय के साथ मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री के अचानक गांव पहुंचने से ग्रामीणों में हर्ष और उत्साह का माहौल रहा। इस अवसर पर सरपंच कंचन मधुकर सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।