यह है मामला
26 वर्षीय प्रभा रावत पीसी नगर मल्टी में अपने आठ वर्षीय बेटे के साथ रहती थी। तीन नवंबर को नौकरी पर जाने के बाद वह घर पर नहीं लौटी थी। स्वजनों ने अगले दिन उसकी गुमुशदगी हबीबगंज थाने में दर्ज कराई थी। शनिवार को स्थानीय लोगों की सूचना पर पीसी नगर मल्टी के पीछे खदान से बरामद किया था। उधर महिला के परिचित 24 वर्षीय शंकर राजोड़े ने भी सात नवंबर को अपने पीसी नगर मल्टी स्थित घर में फांसी लगा ली थी।
प्रभा के स्वजन पहुंचे थे शंकर के घर
प्रभा के पड़ोस में रहने वाली उसकी मौसेरी बहन ऋतु राजपूत ने बताया कि प्रभा की शंकर से पुरानी पहचान थी। वह उसके घर से कुछ दूर ही रहता था। शंकर ने नवरात्र के दौरान प्रभा को पांच हजार रुपये उधार दिए थे। इसके बाद वह रुपये वापस लेने के लिए उसे एक सप्ताह से परेशान कर रहा था। कई बार वह घर में घुसा था और घर में रखे सामान को ले जाने की धमकी दी थी। तीन दिन प्रभा को ढूंढ़ने के बाद सात तारीख को मेरा भाई शंकर के घर प्रभा के बारे में जानने पहुंचा था। तब उसके स्वजनों ने बताया कि वह सो रहा है। इसके कुछ देर बाद उसकी खुदकुशी की जानकारी मिली।
भाजपा नेता के घर सफाई का काम करती थी महिला
प्रभा रावत चार साल से अपने पति से अलग रह रही थी। वह घरों में साफ-सफाई का काम करती थी। मौत के करीब 15 दिन पहले उसने चार इमली स्थित एक बड़े भाजपा नेता के बंगले पर काम करना शुरू किया था। एक कंसल्टेंसी कंपनी की तरफ से उसे बंगले में नौकरी मिली थी। महिला सुबह आठ से रात आठ बजे तक बंगले पर साफ-सफाई का काम करती थी।