भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में 19.48 करोड़ की आर्थिक अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता को पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया। यहां से विशेष न्यायाधीश राम प्रसाद मिश्र ने आरोपित गुप्ता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गांधी नगर थाना पुलिस द्वारा 03 मार्च को आरजीपीवी के खाते से निजी खातों में 19.48 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए जाने के मामले में एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद से ही वह फरार चल रहे थे। विगत गुरुवार को पुलिस ने उन्हें रायपुर में रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया था।
जमानत याचिका खारिज
उधर, इस मामले में फरार आरोपित तत्कालीन वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा की अग्रिम जमानत पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। अदालत ने अग्रिम जमानत का आवेदन निरस्त कर दिया। फरार आरोपितों की संपत्ति कुर्क करने के विषय पर न्यायालय में सोमवार को सुनवाई होगी। इस मामले में दो आरोपित तत्कालीन कुलसचिव आरएस राजपूत और सेवानिवृत्त वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा अब भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में सरगर्मी से जुटी है।
अब तक चार की हो चुकी गिरफ्तारी
इस मामले में पुलिस अब तक चार आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। सबसे पहले 22 मार्च को एसआइटी ने आरबीएल बैंक के तत्कालीन मैनेजर कुमार मयंक को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था। रिमांड पर पूछताछ करने के बाद मयंक जेल भेज दिया गया। चार अप्रैल को एक्सिस बैंक, पिपरिया के पूर्व प्रबंधक राम रघुवंशी को एवं पांच अप्रैल को दलित संघ, सोहागपुर के सदस्य सुनील कुमार रघुवंशी को गिरफ्तार किया जा चुका हैं। यह दोनों भी जेल में हैं।