हमीदिया अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों की जानकारी आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) आईडी में दर्ज करने की शुरुआत शुक्रवार से हो गई। पहले दिन 500 से भी ज्यादा मरीजों का डाटा दर्ज हुआ। अभी यह सुविधा सिर्फ ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए ही शुरू की गई है। बाद में आईपीडी और फिर सेंट्रल पैथोलॉजी लैब और उसके बाद सभी जगह इसे लागू कर दिया जाएगा। इससे मरीज किसी दूसरे अस्पताल जाएं तो उन्हें फाइल नहीं ले जानी होगी। आईडी से बीमारी, जांच और इलाज की जानकारी पता चल जाएगी।
अस्पताल में स्कैन एंड शेयर की व्यवस्था भी लागू कर दी गई है। ओपीडी रजिस्ट्रेशन एरिया में क्यूआर कोड लगाए गए हैं। मरीज मोबाइल से इसे स्कैन करेंगे और उसमें नाम, पता, और उम्र के अलावा अपना मोबाइल नंबर जैसी सामान्य जानकारी भरकर अपना आभा आईडी जनरेट कर लेंगे। जिन लोगों के पास यह सुविधा नहीं है उनके लिए यहां कियोस्क लगाए गए हैं। शुक्रवार से क्यूआर कोड स्कैन करने पर या कियोस्क से रजिस्ट्रेशन कराने पर मरीज काे टोकन नंबर दिया। 10 मिनट में मरीज का नंबर आ गया।
पर्चे के लिए अब लाइन में नहीं लगना पड़ेगा...
डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत स्कैन एंड शेयर की सुविधा शुक्रवार से शुरू हो गई है। इसके दो फायदे हैं, पहला मरीजों को ओपीडी पर्चे के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। दूसरा मरीज और इलाज की पूरी जानकारी एप पर दर्ज होगी तो उन्हें रिकॉर्ड संभालने की जरूरत नहीं होगी।
-डॉ. सुनीत टंडन, अधीक्षक, हमीदिया अस्पताल